अभी तक दो कोरोना संक्रमितों का नहीं खोज पाए सोर्स, भारी न पड़ जाए प्रशासनिक अमले की नाकामी

 


 शहर में शनिवार सुबह एक साथ कोरोना के 7 नए मरीज मिलने से प्रशासन व चिकित्सा विभाग की परेशानी बढ़ गई है। दो दिन पूर्व शहर में मिले तीन कोरोना संक्रमितों में से दो के सोर्स का प्रशासन अभी तक पता नहीं लगा पाया है। प्रशासनिक अमले की यह नाकामी भारी पड़ती नजर आ रही है। इन तीनों मरीजों के मकानों के क्षेत्र में कर्फ्यू लगाकर जांच अवश्य की जा रही है, लेकिन अभी तक सोर्स तक नहीं पहुंचा जा सका है। ऐसे में शहर के कुछ लोग अभी भी संक्रमित है और उनके माध्यम से कुछ और लोगों के संक्रमित होने का खतरा मंडरा रहा है। सात ही नए मरीजों में कोरोना से जुड़ा कोई लक्षण नजर नहीं आने के कारण भी चिंता बढ़ गई है।


शहर में बुधवार को मसूरिया क्षेत्र में एक 65 वर्षीय व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया गया था। उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं है। उसके परिजनों की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। ऐसे में यह व्यक्ति किस तरह संक्रमित हुआ इसका जवाब अभी तक प्रशासन खोज नहीं पाया है। इसके सोर्स की तलाश में प्रशासन की जांच ज्यादा आगे नहीं बढ़ पा रही है। यह व्यक्ति अपना इलाज कराने के लिए एक डॉक्टर के यहां जांच कराने गया था। इसके अलावा अपने घर से बाहर ही नहीं निकला। इस डॉक्टर की रिपोर्ट भी निगेटिव आई है। प्रशासनिक अमला अभी तक इसके आगे की कड़ी खोज नहीं पाया है। 



अब तक नहीं मिला महिला के सोर्स
 वहीं बासनी क्षेत्र की केके कॉलोनी में रहने वाली 57 वर्षीय महिला की भी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। यह महिला अपने मोहल्ले से बाहर भी नहीं गई। इसके बावजूद यह गुरुवार को कोरोना संक्रमित पाई गई। साथ ही इसके संपर्क में रहने के कारण शनिवार को इसके पति व बेटी भी करोना पॉजिटिव पाए गए। इस महिला के मकान के सामने एक युवती भीलवाड़ा से आई थी। उसे अस्पताल ले जाया गया है, लेकिन अभी तक उसकी जांच नहीं की गई है। इसके अलावा केके कॉलोनी में प्रशासन कोई अन्य सोर्स नहीं खोज पाया है। इस महिला के यहां क्षेत्र के दो बच्चों ने खाना खाया था। उनकी भी अभी तक जांच नहीं की गई है। 



सबसे बड़ी चिंता, नजर नहीं आए लक्षण
सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि आज पॉजिटिव पाए गए सभी सातों मरीजों में से किसी में भी करोना संक्रमित होने का एक भी लक्षण नहीं पाया गया था। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर इन्हें क्वारैंटाइन सेंटर में रख जांच की थी। इस जांच में इनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से हड़कंप मचा हुआ है। अमूमन कोरोना संक्रमित होने पर मरीज में खांसी, जुकाम व बुखार जैसे कुछ लक्षण अवश्य नजर आना शुरू हो जाते है। लेकिन इनमें से किसी में भी ऐसा कोई लक्षण नहीं था। 



भारी पड़ गया खैरियत पूछने जाना
नागौरी गेट क्षेत्र की 26 वर्षीय महिला अपनी बेटी का इलाज कराने हाल ही अहमदाबाद गई थी। वह अहमदाबाद या फिर वापसी में ट्रेन यात्रा के दौरान किसी के संपर्क में आने से संक्रमित हो गई। इस महिला की बेटी की खैरियत पूछने उसके चाचा-चाची व तीन अन्य परिजन घर गए थे। इन सभी को क्वारैंटाइन में रख जांच की गई थी और सभी पॉजिटिव पाए गए। इनमें भी कोरोना से जुड़ा कोई लक्षण नजर नहीं आया था। 



दबाव में प्रशासन
एक साथ 7 नए मरीज सामने आने और दो मरीजों के सोर्स तक नहीं पहुंचने के कारण प्रशासन दबाव में है। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित का कहना है कि पूरी टीम घर-घर स्क्रीनिंग कर सोर्स का पता लगाने में जुटी है। उम्मीद है कि शीघ्र ही हम कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए सोर्स तक पहुंच जाएंगे। ताकि ये अन्य लोगों तक नहीं फैले।